लखीसराय में आरआरआई कार्य पूर्ण होने के बाद ट्रेनों का ट्रॉयल सफल रहा। झाझा से पटना आरा के रास्ते 384 किमी की यात्रा ट्रेन ने 230 मिनट में पूरी की। इससे पहले रविवार को दीन दयाल उपाध्याय से ट्रेन 9:30 बजे खुली और झाझा 1 बजकर 20 मिनट पर पहुचीं। इससे पहले फरवरी के महीने में ट्रेन का ट्रायल किया गया जो सफल रहा। किउल ने नॉन इंटरलॉकिंग कार्य पूरा कर नए सिंग्नल सिस्टम को ट्रैक से जोड़ दिया गया है। हाल ही में लखीसराय-किऊल यार्ड रीमॉडलिंग कार्य के अंतर्गत किऊल में 304 रुट वाला नया इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम कमीशन किया गया।
हावड़ा पटना के रास्ते दिल्ली जाने वाली ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। झाझा से ट्रायल स्पेशल ट्रेन 9:30 बजे खुली और पटना के रास्ते 130 किमी रफ्तार से ट्रेन चली। दोपहर 11 बजकर 12 मिनट पर ट्रेन आरा से गुजरी और दोपहर करीब 1:20 बजे दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन पहुंची। ट्रेनों के ट्रायल के बाद ट्रैक की जांच की गई। ट्रेन के ट्रॉयल के दौरान रेल अधिकारियों ने रास्ते मे सभी पॉइंट्स की जांच की। ट्रेनों का ट्रायल सफल रहा। उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई से नई समय सारिणी लागू होने के बाद पटना हावड़ा रूट से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के समय मे 2 से 3 घंटे की बचत होगी।