Saharsa purnia Train: सहरसा पुर्णिया के बीच दिन में दो ट्रेनें चलाने की मांग,सड़क मार्ग से परेशानी, ट्रेनों की कमी से बस टेंपो चालक वसूल रहे दोगुना किराया
Saharsa Purnia Train: सहरसा पुर्णिया रेलखंड पर ट्रेनों की कमी से यात्रियों की जेब ढीली हो रही है। ट्रेनों की कमी के कारण यात्रियों को सड़क मार्ग पर ही निर्भर रहना पर रहा है।
रात में ट्रेनें होने का लाभ नहीं, दिन में चले ट्रेन
पुर्णिया से सहरसा आने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। दो ट्रेनें चल भी रही है तो वो भी रात में खुलती है, कोशी सुपर एक्सप्रेस और जानकी एक्सप्रेस। इसके अलावा दिन में एक मात्र ट्रेन हफ्ते में दो दिन हाटे बाजारे एक्सप्रेस है जो इस रूट के यात्रियों के काम का नही है। यू
ट्रेन की कमी का फायदा उठा रहे है बस, टेम्पु और बड़े वाहन
पुर्णिया, बनमनखी, जानकीनगर के यात्रियों को पैसेंजर ट्रेन नही चलने से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पर रही है। लॉक डाउन के बाद से बस और ऑटो का किराया दोगुना हो गया है। पहले जहां बनमनखी से पुर्णिया 20 रुपये लगता था अब बस से 40 रुपये तक भुगतान करना पर रहा है। पुर्णिया से सहरसा बस किराया भी 140 से 150 रुपये हो गया है। ट्रेनों की कमी का फायदा लोकल बस और टेम्पू वाले उठा रहे है और मनमाना किराया वसूल रहे है।
सड़के खराब होने से समय की होती है बर्बादी
बड़ी लाइन बनने के बाद से लोगों का आरोप है की उन्हें इस रूट में कोई सुविधा नही मिली, दिन के समय ट्रेनों की कमी के कारण न चाहते हुए भी सड़क से यात्रा करनी पड़ती है।सड़को की हालत बहुत ही खराब होने से यात्रियों का पैसा और समय दोनों बर्बाद होता है।
मेल सहित दिन में दो पैसेंजर चलाने की मांग
लंबे समय से सहरसा से खुलने वाली ट्रेनों के लिए मेल चलाने की मांग की जा रही है। इसके अलावे भी पुर्णिया कोर्ट से दिन में दो पैसेंजर की मांग की जा रही है ताकि बस एवं वाहनों के अधिक किराए के शोषण से मुक्ति मिलें।