लंबे इंतजार के बाद दो दिवसीय सीसीआरएस कार्य सरायगढ़ आसनपुर कुपहा और सरायगढ़ राघोपुर के बीच सम्पन्न हुआ। इससे पूर्व 13 अगस्त को सीआरएस चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी के शैलेश कुमार पाठक ने रेल कोशी महासेतु का निरीक्षण किया था। निरीक्षण से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की गई। सरायगढ़ से आसनपुर कुपहा के बीच ट्रैक सहित, कोशी महासेतु का गहन निरीक्षण किया था, इस दौरान कई दिशा निर्देश भी दिया। आसनपुर कुपहा तक ट्राली से जायजा लिया, वहां पहुचने पर स्टेशन भवन सहित,सिग्नल रूम सहित प्लेटफार्म का निरीक्षण किया। मुख्य सीसीआरएस ने कहा कि कोशी रेल सेतु ब्रिज इंजीनियरिंग का एक बेतरीन अध्याय है निर्माण कार्य बेहतर तरीके से किया गया है। 13 किमी रेलखंड पर जल्द ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। सरायगढ़ से आसनपुर कुपहा तक निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है इससे आगे निर्मली तक कार्य तेजी से कराया जा रहा है, इसी वित्तीय वर्ष में झंझारपुर तक कार्य पूरा कर मिथिला के दो भागों को जोड़ दिया जाएगा।

शुक्रवार को दूसरे दिन सीआरएस चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी के शैलेश कुमार पाठक एवं डीआरएम अशोक माहेश्वरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। सरायगढ़ स्टेशन से निकलते ही पूजा की गई। आप को बता दे कि 11 किमी लंबे सरायगढ़ से राघोपुर के बीच 10 छोटे बड़े पुल है जिसका गहन निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छोटे मोटे कार्यो को छोड़कर ट्रैक ट्रैन चलाने के लिए पूरी तरह तैयार है। दोनो दिन लोगों की उत्सुकता देखने को मिली। उम्मीद है कि जल्द राघोपुर से सरायगढ़ और सरायगढ़ से आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन चलने का इंतजार है। रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलते है ट्रेनें चलाने की अनुमति दे दी जाएगी। फिलहाल कोरोना महामारी के कारण देश मे रेल सेवाएं अगले आदेश तक के लिए बंद है।
